कुछ नियम के साथ मॉल, रेस्तरां आ धार्मिक स्थल सब आई से खुल जतइ : अनलॉक 1 अनलॉक-1 आई 8 जून, सोमवार से कंटेनमेंट जोन के छोड़ के बाकी जगह पर मॉल, रेस्तरां आ धार्मिक स्थल सब खुले जा रहल हौ। • स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, अई जगह सब पर छौ फीट के दूरी, मुह पर मास्क, सेनेटाइज़ेशन आ थर्मल स्क्रीनिंग के अनिवार्य कर देल गेल हई। • होटल आ रेस्तरां बला के विज़िटर्स के पूरा जानकारी जेना पहचान पत्र, मोबाइल नंबर, विदेश यात्रा आ बीमारी के ब्यौरा रखे के होतई। • होटल, रेस्तरां आ शॉपिंग मॉल में 24 से 30 डिग्री तक ही एसी चला सकी छई। • सार्वजनिक स्थान पर केकरो थूक न फेकें के हई। • 65 साल के ऊपर के लोक, 10 साल से कम उम्र के बच्चा, गभर्वती महिला आ बीमार आदमी सब के धार्मिक स्थल आ मॉल में न जाए के सलाह देल गेलई। • अभी सब जगह पर सिनेमा हॉल, कन्सर्ट, खेल आयोजन आ राजनीतिक रैली सब पर रोक जारी रहतो। जब अनलॉक 1 के घोषणा होएल रहई त केते राज्य इ न बतलकई कि उ मॉल खोलतई कि न कयला कि केंद्र अाब राज्य सब के केते फैसले अपने लेबे के अधिकार दे देलकई। अइला महाराष्ट्र, पंजाब, मध्य प्रदेश आ तमिलनाडु अपना इहां अनलॉक-1 करे क
बियर आ ताड़ी भाई-भाई कुछ चीज सबदिनमा जरूरत के होई छई। जेना कि रोटी, कपड़ा-लता, घर और प्यार। लेकिन जेकरा सब के इ चीज न मिल पबइ छइ ओकरा रात में निसा चाही। निसा के कोनो वर्ग न होई छई। निसा त निसा हई, चाहे उ प्यार के होए तब आ यार के होए तब। 10 रूपइया के दारूओ निसे कहतई आ 10 लाख के शैंपेनो निसे कहअतई। फरक होई छइ त खाली चाल-चलन के। कोनो निसा में लइकी से छेड़छाड़ करी छई त कोनो, रस्ता के बगल में चुपचाप सुत जाई छई। एगो दारू के दोकान में बैकोपाइपर मिलइ छई आ हंड्रेडो पाइपर। ई त खरीदे बला के मन पर हई आ अहु पर की ओकरा जेबी में केते ढेउआ हई। ताड़ी के कथी कहबहु? धनकहबा सब के निसा की कमजोरका सब के निसा? ई त खजूर चाहे ताड़ के पेड़ से निकलल सोमरस हइ। ई हमनी के निसा के जरुरत के पूरा करे बला एगो पुरनका देसी तरीका हई। जखनी यूरोप बियर पीईत रहलई, ओखनी हमनी के इहां लोग ताड़ी पीईत रहलई। बियरे के लेखा, ताड़ीयो के ओतने पिहु त ओतने निसा लगतो। बियरो ओतने महकी छई, जेतना ताड़ी, उहो ओतने कड़ा लगइ छई, जेतना बियर। फरक खाली एतना हई कि बियर के बजार मिललई, आ ताड़ी देसी बन के
गिर सकती है महाराष्ट्र की सरकार: किसी राज्य का CM बनने के लिए विधानसभा या विधानपरिषद का सदस्य होना जरूरी होता है। अगर सदस्य नहीं है तो 6 महिने के भीतर इन दोनों में से किसी एक सदन का सदस्य बनना पड़ेगा। वर्तमान में उद्धव ठाकरे दोनों में से किसी भी सदन के सदस्य नहीं है। वे 28 नवंबर 2019 को महाराष्ट्र के सीएम बने थे और 27 मई को उन्हें सीएम बने 6 महीने पूरे हो जाएंगे। यानी अगर सरकार बचानी है तो उन्हें 27 मई से पहले इन दोनों सदनों में से किसी एक की सदस्यता लेनी पड़ेगी। अभी कोरोना महामारी के कारण लॉकडाउन में किसी तरह का चुनाव कराना संभव नहीं है। तो उनके पास एक ही उपाय है कि उन्हें विधानपरिषद के सदस्य के रूप में राज्यपाल द्वारा मनोनीत किया जाए। राज्य मंत्रिमंडल ने 9 एवं 9 के बाद 28 अप्रैल को राज्यपाल को उद्धव ठाकरे को मनोनीत किए जाने के संबंध में स्मरण पत्र भेजा था। गवर्नर भगत सिंह कोश्यारी की तरफ से अभी तक इसका जवाब नहीं आया है। इसके बाद कल रात उद्धव ठाकरे ने PM मोदी से मदद मांगी। इस पर मोदी ने उन्हें मुद्दे पर विचार का भरोसा दिलाया। अगर राज्यपाल ठाकरे को सदस्य मनो
Comments
Post a Comment