"हिंदुस्तान जिंदाबाद" और "पाकिस्तान जिंदाबाद" एक साथ क्यों नहीं चल सकता?
"हिंदुस्तान जिंदाबाद" और "पाकिस्तान जिंदाबाद" एक साथ क्यों नहीं चल सकता?
बैंगलुरु में CAB के विरोध में AIMIM की रैली में अमूल्या लियोन नाम की एक लड़की ने पाकिस्तान जिंदाबाद का नारा लगाया।
उसने "हिंदुस्तान जिंदाबाद" और "पाकिस्तान जिंदाबाद" दोनों बात कही। मिडिया ने हमारे अंदर इतना जहर भर दिया है कि पाकिस्तान का नाम सुनते ही हम भड़क उठते हैं।
आखिर पाकिस्तान जिंदाबाद और हिंदुस्तान जिंदाबाद एक साथ क्यों नहीं बोला जा सकता? अभी अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भारत आ रहे हैं। अमेरिका जिंदाबाद का नारा लगने पर हमें आपत्ति नहीं होगी, नेपाल, बांग्लादेश जिंदाबाद कहने पर भी हम सामान्य रहते हैं। फिर पाकिस्तान से आपत्ति क्यों?
शायद हम पाकिस्तान में आतंकवाद को लेकर चिंतित हैं। तब तो हमें ये आशा करनी चाहिए कि वहां आतंकवाद खत्म हो, वहां तरक्की हो, पाकिस्तान और विकसित हो, क्योंकि अगर आपके परोसी विकसित होंगे, उसका प्रभाव आपके उपर भी पड़ेगा। इसलिए "हिंदुस्तान जिंदाबाद" और "पाकिस्तान जिंदाबाद" एक साथ क्यों नहीं चल सकता?
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