बियर आ ताड़ी भाई-भाई कुछ चीज सबदिनमा जरूरत के होई छई। जेना कि रोटी, कपड़ा-लता, घर और प्यार। लेकिन जेकरा सब के इ चीज न मिल पबइ छइ ओकरा रात में निसा चाही। निसा के कोनो वर्ग न होई छई। निसा त निसा हई, चाहे उ प्यार के होए तब आ यार के होए तब। 10 रूपइया के दारूओ निसे कहतई आ 10 लाख के शैंपेनो निसे कहअतई। फरक होई छइ त खाली चाल-चलन के। कोनो निसा में लइकी से छेड़छाड़ करी छई त कोनो, रस्ता के बगल में चुपचाप सुत जाई छई। एगो दारू के दोकान में बैकोपाइपर मिलइ छई आ हंड्रेडो पाइपर। ई त खरीदे बला के मन पर हई आ अहु पर की ओकरा जेबी में केते ढेउआ हई। ताड़ी के कथी कहबहु? धनकहबा सब के निसा की कमजोरका सब के निसा? ई त खजूर चाहे ताड़ के पेड़ से निकलल सोमरस हइ। ई हमनी के निसा के जरुरत के पूरा करे बला एगो पुरनका देसी तरीका हई। जखनी यूरोप बियर पीईत रहलई, ओखनी हमनी के इहां लोग ताड़ी पीईत रहलई। बियरे के लेखा, ताड़ीयो के ओतने पिहु त ओतने निसा लगतो। बियरो ओतने महकी छई, जेतना ताड़ी, उहो ओतने कड़ा लगइ छई, जेतना बियर। फरक खाली एतना हई कि बियर के बजार मिललई, आ ताड़ी देसी बन के
कुछ नियम के साथ मॉल, रेस्तरां आ धार्मिक स्थल सब आई से खुल जतइ : अनलॉक 1 अनलॉक-1 आई 8 जून, सोमवार से कंटेनमेंट जोन के छोड़ के बाकी जगह पर मॉल, रेस्तरां आ धार्मिक स्थल सब खुले जा रहल हौ। • स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, अई जगह सब पर छौ फीट के दूरी, मुह पर मास्क, सेनेटाइज़ेशन आ थर्मल स्क्रीनिंग के अनिवार्य कर देल गेल हई। • होटल आ रेस्तरां बला के विज़िटर्स के पूरा जानकारी जेना पहचान पत्र, मोबाइल नंबर, विदेश यात्रा आ बीमारी के ब्यौरा रखे के होतई। • होटल, रेस्तरां आ शॉपिंग मॉल में 24 से 30 डिग्री तक ही एसी चला सकी छई। • सार्वजनिक स्थान पर केकरो थूक न फेकें के हई। • 65 साल के ऊपर के लोक, 10 साल से कम उम्र के बच्चा, गभर्वती महिला आ बीमार आदमी सब के धार्मिक स्थल आ मॉल में न जाए के सलाह देल गेलई। • अभी सब जगह पर सिनेमा हॉल, कन्सर्ट, खेल आयोजन आ राजनीतिक रैली सब पर रोक जारी रहतो। जब अनलॉक 1 के घोषणा होएल रहई त केते राज्य इ न बतलकई कि उ मॉल खोलतई कि न कयला कि केंद्र अाब राज्य सब के केते फैसले अपने लेबे के अधिकार दे देलकई। अइला महाराष्ट्र, पंजाब, मध्य प्रदेश आ तमिलनाडु अपना इहां अनलॉक-1 करे क
अमेरिका भारत पर लगा सकता है प्रतिबंध: अमेरिकी अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता आयोग (USCIRF) ने नागरिकता संशोधन कानून और अल्पसंख्यक समुदाय के खिलाफ हिंसा के मामलों का हवाला देकर भारत को 'खास चिंता वाले देशों' में शामिल करने की सिफारिश की है। भारत सरकार ने इस रिपोर्ट को खारिज कर दिया है। भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा, “हम अमेरिकी अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता आयोग की वार्षिक रिपोर्ट में भारत के खिलाफ टिप्पणियों को खारिज करते हैं। भारत के खिलाफ उसके ये पूर्वाग्रह वाले और पक्षपातपूर्ण बयान नए नहीं हैं, लेकिन इस मौके पर उसकी गलत बयानी नये स्तर पर पहुंच गई है।” हलाकि डोनाल्ड ट्रंप के PM मोदी के साथ अच्छे संबंध माने जाने है। इसलिए अभी शायद कुछ न हो, पर यदि अमेरिका में सत्ता परिवर्तन होता है तो भारत पर प्रतिबंध लगाया जा सकता है। इस लिस्ट में कुल 14 देशों म्यांमार, चीन, एरिट्रिया, ईरान, उत्तर कोरिया, पाकिस्तान, सऊदी अरब, तजिकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान, भारत, नाईजीरिया, रूस, सीरिया और वियतनाम को शामिल किया गया है।
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